Bangla Paan: बुंदेलखंड में जब भी कोई मेहमान आता था, तो हमारे दादा-ताऊ-पापा लोग आज भी बंगला पान खिलाकर उनकी आओ भगत करते हैं. जिसको पान खिला दिया वह प्रसन्न होकर वापस लौटता.
Bangla Paan: बुंदेलखंड में जब भी कोई मेहमान आता था, तो हमारे दादा-ताऊ-पापा लोग आज भी बंगला पान खिलाकर उनकी आओ भगत करते हैं. जिसको पान खिला दिया वह प्रसन्न होकर वापस लौटता.