Sagar News: डॉ. हरीसिंह गौर, स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी योद्धा और सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक, ने 1932 में अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय विधानसभा में अध्यादेश प्रस्तुत किया. उन्होंने ब्रिटिश अधिकारियों की निरंकुश शक्तियों और अन्यायपूर्ण प्रावधानों को उजागर किया. उनकी दृढ़ता और तर्कसंगत दृष्टिकोण ने अंततः कानूनी सुधारों का मार्ग प्रशस्त किया.